पंजाब में हुई घटना की रिपोर्टिंग देख रहा था l असरदार सरदारों ने एक पुलिसकर्मी का हाथ काट दिया l उसे जिंदगी भर के लिए अपाहिज बना दिया l
विकलांग कर दिया l
खैर लंबे समय तक क्राइम रिपोर्टिंग करने के बाद एक बात जो समझ आई वह यह है l पुलिस के कई कर्मचारी ड्यूटी पर कम बल्कि अवैध कमाई पर ज्यादा ध्यान देते रहे हैं l ऐसे पुलिसकर्मी प्रत्येक थाने व चौकी में तैनात रहते हैं l लॉक डाउन के इस दौर में उगाही करने वाले पुलिसकर्मियों की कतई आवश्यकता नहीं है l
इस समय स्नेह और परिस्थितियों वश काम करने वाले पुलिस के जवानों को इस मिशन में लगाया जाना चाहिएI
मानवीय स्वभाव है जब किसी भी व्यक्ति की मनमानी नहीं होती तो उसे गुस्सा आता है और अगर गुस्सा पहले किसी वर्दीधारी को आ जाए तो फिर पंजाब जैसे कांड होने लाजमी है l क्रिया की प्रतिक्रिया जरूर होती है l चाहे वह तुरंत हो या देर से l
इसलिए पुलिस के जिन वरिष्ठ अधिकारियों की जवाबदेही अधिक है उन्हें इस बारे में मंथन मनन करने की आवश्यकता है l
मैंने नोएडा की झुग्गियों में पुलिस की टीम को महिलाओं के हाथों ठुकते पिटते हुए देखा है l
यह सुझाव है मानो तो भला नहीं तो तैयार रहिए
Rajkumar Chaudhary
Spokesperson
Noida Media Club
मानो तो भला ना मानो तो तैयार रहिए